भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नए गवर्नर के रूप में संजय मल्होत्रा का चयन देश के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। मल्होत्रा, जो 1990 बैच के राजस्थान कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हैं, ने अपने लंबे करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए प्रशासनिक और आर्थिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
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कौन हैं संजय मल्होत्रा?
संजय मल्होत्रा ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर से कंप्यूटर विज्ञान में इंजीनियरिंग की डिग्री और प्रिंसटन विश्वविद्यालय, अमेरिका से सार्वजनिक नीति में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की है। उनके पास बिजली, वित्त और कराधान, सूचना प्रौद्योगिकी, खनन आदि सहित विविध क्षेत्रों में 33 साल से अधिक का अनुभव है। वर्तमान में वे वित्त मंत्रालय में राजस्व सचिव के रूप में कार्यरत हैं।
क्यों हैं खास संजय मल्होत्रा?
विविध अनुभव: मल्होत्रा ने केंद्र और राज्य सरकार दोनों स्तरों पर वरिष्ठ भूमिकाओं में काम किया है। उनके पास वित्त, कराधान, सूचना प्रौद्योगिकी और खनन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक अनुभव है।
नीति निर्माण में महारत: मल्होत्रा ने कर नीति निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और जीएसटी काउंसिल के एक्स-ऑफिसिओ सचिव के रूप में भी कार्य किया है।
शैक्षणिक योग्यता: आईआईटी कानपुर और प्रिंसटन विश्वविद्यालय जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं से शिक्षा प्राप्त करने के कारण मल्होत्रा के पास मजबूत शैक्षणिक पृष्ठभूमि है।
रणनीतिक सोच: मल्होत्रा अपनी रणनीतिक सोच के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने कई सफल परियोजनाओं का नेतृत्व किया है।
आरबीआई के लिए क्या होगा खास?
मल्होत्रा के पास वित्तीय क्षेत्र में गहरा अनुभव है और उन्होंने कई महत्वपूर्ण वित्तीय सुधारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ऐसे में उम्मीद है कि वह आरबीआई को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। उनके नेतृत्व में आरबीआई निम्नलिखित क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है:
मुद्रास्फीति नियंत्रण: मल्होत्रा मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने और मूल्य स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठा सकते हैं।
बैंकिंग क्षेत्र में सुधार: मल्होत्रा बैंकिंग क्षेत्र में सुधार लाने और इसे और अधिक मजबूत बनाने के लिए काम कर सकते हैं।
वित्तीय समावेशन: मल्होत्रा वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने और देश के सभी नागरिकों को बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रयास कर सकते हैं।
डिजिटल भुगतान: मल्होत्रा डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने और देश को कैशलेस इकोनॉमी बनाने के लिए काम कर सकते हैं।

निष्कर्ष
संजय मल्होत्रा का आरबीआई गवर्नर बनना भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक संकेत है। उनके व्यापक अनुभव और नीतिगत कौशल के साथ, उम्मीद है कि वह आरबीआई को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
अतिरिक्त जानकारी:
संजय मल्होत्रा भारतीय रिजर्व बैंक के 26वें गवर्नर हैं।उन्होंने 11 दिसंबर, 2024 से तीन साल के लिए आरबीआई गवर्नर का पदभार संभाला है।मल्होत्रा ने शक्तिकांत दास का स्थान लिया है।
संजय मल्होत्रा कौन हैं?
वे भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर हैं।
उन्होंने क्या किया है?
उन्होंने विभिन्न सरकारी पदों पर रहकर देश के लिए कई योगदान दिए हैं।
उन्हें क्यों चुना गया?
उनके व्यापक अनुभव और नीतिगत कौशल के कारण।
आरबीआई के लिए क्या होगा खास?
मुद्रास्फीति नियंत्रण, बैंकिंग सुधार और वित्तीय समावेशन पर ध्यान केंद्रित रहेगा।